पहली नजर की मोहब्बत       पहली नजर की मोहब्बत       पहली नजर की मोहब्बत       पहली नजर की मोहब्बत       पहली नजर की मोहब्बत       पहली नजर की मोहब्बत       पहली नजर की मोहब्बत       पहली नजर की मोहब्बत       पहली नजर की मोहब्बत       पहली नजर की मोहब्बत      

हां, में वही जिसे पहली नजर की मोहब्बत पर ऐतबार न था...
मगर उसका वो चेहरा,जिसके दीदार को में तैयार न था ।

वो चेहरा, आज भी दिल की एक तस्वीर में हैं...
उसे देखते ही दिल ने सोचा, क्या यें मेरी तक़दीर में है?

उसे देखने के बाद, मेरे एहसास, मुझे एहसास नहीं देते...
खोया तोह पहले भी था, मगर ये खोने नहीं देते ।

सोचता हूं, ताउम्र ये हसीन चेहरा में निहारता रहू...
हमारी जंग हों, ताकि में इससे मिल सकु और उससे हारता रहूं ।

उसका यु आंखों को उठाना, और फिर झुका देना, मुझे घायल कर गया...
ये तोह एक नमूना था, मुझे तोह वो अपनी हर अदा का कायल कर गया ।

जिसे भी भरोसा नहीं, पहली नजर की मोहब्बत पर वो इंतेज़ार करे, किसी के मिलने का...
जैसे हर फूल कर करता है, सूरज को देखकर खुद को खिलने का ।

- भव्य कुमार जैन